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आटोप
Meanings: 28; in Dictionaries: 5
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covering
Meanings: 22; in Dictionaries: 11
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आटाप
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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अडिवा
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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करील त्याचा कारभार, मारील त्याची तलवार
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काबू
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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घटाटोप
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अटप
Meanings: 7; in Dictionaries: 3
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आटप
Meanings: 8; in Dictionaries: 2
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साटोप
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उरक
Meanings: 10; in Dictionaries: 5
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पुरीषवह स्त्रोतस - पवाशयगतवात
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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आवगणें
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
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आवर
Meanings: 8; in Dictionaries: 4
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उरका
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
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अस्थिवहस्त्रोतस् - संधिगतवात
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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तोडजोड
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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पुरीषवह स्त्रोतस - पुरीषनिग्रहज उदावर्त
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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अटपणें
Meanings: 13; in Dictionaries: 3
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अध्यारोप
Meanings: 11; in Dictionaries: 6
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आक्रम
Meanings: 30; in Dictionaries: 6
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धका
Meanings: 8; in Dictionaries: 3
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उदकवहस्त्रोतस् - कोष्टक
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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अन्नवहस्त्रोतस् - कोष्टक
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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आवरण
Meanings: 56; in Dictionaries: 13
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अस्थिवहस्त्रोतस् - कोष्टक
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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आव
Meanings: 24; in Dictionaries: 7
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शुकाख्यान - अभंग २५१ ते २७५
संत नामदेवांनी भक्ति-गीते आणि अभंगांची रचना करून समस्त जनता-जनार्दनाला समता आणि प्रभु-भक्तिची शिकवण दिली.
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सेवकधर्म - समास २
समर्थ रामदास स्वामींचा जन्म औरंगाबाद जिल्ह्यात सन १६०८, शके १५३० रोजी झाला.
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अध्याय २३ वा - श्लोक ४१ ते ४५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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धक्का
Meanings: 20; in Dictionaries: 7
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संयम
Meanings: 35; in Dictionaries: 12
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पदसंग्रह - पदे २३१ ते २३५
रंगनाथ स्वामींचा जन्म शके १५३४ परिघाविसंवत्सर मार्गशीर्ष शुद्ध १० रोजीं झाला.
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निदानस्थान - अध्याय ८
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
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आय
Meanings: 54; in Dictionaries: 11
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धूम
Meanings: 63; in Dictionaries: 9
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अन्नवहस्त्रोतस् - शूल
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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वेदस्तुति - श्लोक ४१
' हरिवरदा ’ ग्रंथातील वेदस्तुती भागाची ही रसाळ प्राकृत भाषेत स्वामी श्रीकृष्णदयार्णव स्वामींनी लिहीलेली टीका आहे.
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विविध विषय - अध्यात्म
श्री समर्थांनी दासबोध ग्रंथासोबतच गाथा रचून इतिहास घडविला आहे.
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प्राणवहस्त्रोतस् - कोष्टक
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
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निदानस्थान - अध्याय ११
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
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अध्याय ३ रा - श्लोक ८ ते १०
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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अध्याय ८७ वा - श्लोक ४१ ते ४५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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अध्याय १ ला - श्लोक ८ ते १०
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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दशक एकोणिसावा - शिकवणनाम
दशक एकोणिसावा - शिकवणनाम
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कृष्णदासांची बाळक्रीडा - प्रसंग ११
श्री कृष्णदासांनी लिहीलेली काव्ये महानुभावीय स्वरूपाची आहेत.
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दशक सोळावा - सप्ततिन्वयाचा
दशक सोळावा - सप्ततिन्वयाचा
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दशक पंधरावा - आत्मदशक
दशक पंधरावा - आत्मदशक
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तृतीय रत्न
ब्राह्मण पूर्वी तळागाळातील लोकांना भिववून कसा गैरफायदा घेत याविषयीं हे नाटक लिहून महात्मा फुल्यांनी लोकजागर केला.
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